प्रश्न
क्या हम सभी, या केवल मसीही विश्वासी ही परमेश्वर की सन्तान हैं?
उत्तर
बाइबल स्पष्ट है कि सभी लोग परमेश्वर की सृष्टि है (कुलुस्सियों 1:16), और यह कि परमेश्वर सारे संसार से प्रेम करता है (यूहन्ना 3:16), परन्तु केवल नया जन्म पाए हुए ही परमेश्वर की सन्तान हैं (यूहन्ना 1:12; 11:52; रोमियों 8:16; 1 यूहन्ना 3:1-10)।
पवित्रशास्त्र में, खोए हुओं को कभी भी परमेश्वर की सन्तान के रूप में उद्धृत नहीं किया गया है। इफिसियों 2:3 हमें बताता है कि हमारे बचाए जाने से पहले हम "स्वभाव से ही क्रोध की सन्तान" (इफिसियों 2:1-3)। रोमियों 9:8 कहता है, "शरीर की सन्तान परमेश्वर की सन्तान नहीं, परन्तु प्रतिज्ञा की सन्तान वंश गिने जाते हैं।" परमेश्वर की सन्तान के रूप में जन्म लेने की अपेक्षा, हम पाप में जन्म लेते हैं, जो हमें परमेश्वर से पृथक कर देता और परमेश्वर के शत्रु शैतान के साथ खड़ा कर देता है (याकूब 4:4; 1 यूहन्ना 3:8)। यीशु ने कहा, "यदि परमेश्वर तुम्हारा पिता होता, तो तुम मुझ से प्रेम रखते; क्योंकि मैं परमेश्वर की ओर से आया हूँ। मैं आप से नहीं आया, परन्तु उसी ने मुझे भेजा " (यूहन्ना 8:42)। तब कुछ वचनों के पश्चात् यूहन्ना 8:44 में, यीशु ने फरीसियों से कहा कि वे, "तुम अपने पिता शैतान से हो और अपने पिता की लालसाओं को पूरा करना चाहते हो।" सच्चाई यह है कि बचाए हुए लोग परमेश्वर की सन्तान नहीं है जिसे हम 1 यूहन्ना 3:10 में देख सकते हैं: "इसी से परमेश्वर की सन्तान और शैतान की सन्तान जाने जाते हैं: जो कोई धर्म के काम नहीं करता वह परमेश्वर से नहीं, और न वह जो अपने भाई से प्रेम नहीं रखता।"
हम तब परमेश्वर की सन्तान बन जाते हैं जब हम बचाए जाते हैं क्योंकि हमें तब यीशु मसीह के साथ हमारे सम्बन्ध के कारण परमेश्वर के परिवार में ग्रहण कर लिया जाता है (गलातियों 4:5-6; इफिसियों 1:5)। इसे बड़ी ही स्पष्टता के साथ रोमियों 8:14-17 जैसे वचनों में देखा जा सकता है: "…इसलिये कि जितने लोग परमेश्वर के आत्मा के चलाए चलते हैं, वे ही परमेश्वर के पुत्र हैं। क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली कि फिर भयभीत हो, परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिसमें हम, 'हे अब्बा, हे पिता' कहकर पुकारते हैं। आत्मा आप ही हमारी आत्मा के साथ गवाही देता है — कि हम परमेश्वर की सन्तान हैं; और यदि सन्तान हैं तो वारिस भी, वरन् परमेश्वर के वारिस और मसीह के संगी वारिस हैं, कि जब हम उसके साथ दु:ख उठाएँ तो उसके साथ महिमा भी पाएँ।" जो बचाए हुए हैं, वे "परमेश्वर की सन्तान यीशु मसीह में विश्वास करने के द्वारा" हैं (गलातियों 3:26) क्योंकि परमेश्वर ने "अपनी इच्छा के भले अभिप्राय के अनुसार हमें अपने लिये पहले से ठहराया कि यीशु मसीह के द्वारा हम उसके लेपालक पुत्र हों" (इफिसियों 1:5)।
English
क्या हम सभी, या केवल मसीही विश्वासी ही परमेश्वर की सन्तान हैं?