प्रश्न
'शून्य में से' सृष्टि किए जाने का क्या अर्थ है?
उत्तर
"एक्स निहिलो" एक लैटिन शब्द है, जिसका अर्थ "कुछ भी नहीं में से" है। वाक्यांश "शून्य में से सृष्टि किए जाने" का अर्थ परमेश्वर के द्वारा कुछ भी नहीं में से सब कुछ बनने से है। "आदि में, परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की" (उत्पत्ति 1:1)। उस क्षण से पहले कुछ भी अस्तित्व में नहीं था। परमेश्वर ने ब्रह्माण्ड को पहले से विद्यमान इकाइयों के द्वारा नहीं रचा। उसने शून्य से आरम्भ किया।
बाइबल कहीं भी स्पष्ट रूप से नहीं कहती है कि परमेश्वर ने सब कुछ को कुछ भी नहीं में से रचा है, परन्तु यह तथ्य निहित पाया जाता है। इब्रानियों 11:3 में हम पढ़ते हैं, "विश्वास ही से हम जान जाते हैं कि सारी सृष्टि की रचना परमेश्वर के वचन के द्वारा हुई है, पर यह नहीं कि जो कुछ देखने में आता है, वह देखी हुई वस्तुओं से बना हो।" विद्वान इसका अर्थ यह मानते हैं कि ब्रह्माण्ड अपने अस्तित्व में ईश्वरीय आदेश के द्वारा आया और पहले से विद्यमान पदार्थ या ऊर्जा के द्वारा इकट्ठा नहीं किया गया था।
मनुष्य बहुत अधिक रचनात्मक हो सकते हैं, परन्तु हमें ऐसी सामग्री की आवश्यकता होती है, जिससे हम कुछ बना सकें। परमेश्वर इसके लिए बाध्य नहीं है। भौतिकशास्त्र के मूलभूत नियम के कारण हमारे लिए इसे समझना कठिन है, जिसे हम सभी जानते हैं, चाहे हम इसे जानते हैं या नहीं कि इसे क्या कहा जाता है। "विज्ञान के पहले नियम" में कहा गया है कि पदार्थ (ब्रह्माण्ड से बनी हुई एक वस्तु) को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है। पदार्थ ठोस से तरल से गैस से प्लाज्मा अर्थात् थक्के में परिवर्तित किया जा सकता है और फिर वापस यही चक्र दुहराया जाता है; परमाणुओं को अणुओं में जोड़ा जा सकता है और उनके घटक भागों में विभाजित किया जा सकता है; परन्तु पदार्थ को रचा नहीं जा सकता है या पूरी तरह से नष्ट नहीं किया जा सकता है। और इसलिए यह विचार कि परमेश्वर ने कुछ भी नहीं में से सब कुछ बनाया है, हमारे लिए स्वाभाविक नहीं है। यह पूर्ण रीति से स्वाभाविक नहीं है - यह अलौकिक है।
वाक्यांश "शून्य में से सृष्टि किए" जाना अलौकिक घटना को सन्दर्भित करता है, जो ब्रह्माण्ड के आरम्भ में घटित हुई थी। यही वह क्षण था जब परमेश्वर ने शून्य में से सब कुछ रचा।
English
'शून्य में से' सृष्टि किए जाने का क्या अर्थ है?