प्रश्न
मेघारोहण के लिए हवा में ऊपर उठाए जाने के लिए मैं कैसे तैयार हो सकता हूँ?
उत्तर
जैसा आप सोचते हैं, उसकी अपेक्षा यह बहुत ही अधिक साधारण है। इसका संक्षिप्त उत्तर यह है कि आपको मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण करना आवश्यक है। अब इसका लम्बा उत्तर दिया गया है। जब आप इस प्रश्न को पूछते हैं, हम यह अनुमान लगाते हैं कि आपने यह सुना होगा कि सभी विश्वासियों को उस समय ऊपर हवा में नहीं उठाया जाएगा जब मेघारोहण की घटना घटित होगी। हो सकता है कि कदाचित् आपको यह कहा गया होगा कि केवल "धर्मी विश्वासी" ही जो पवित्र जीवन व्यतीत कर रहे हैं, मेघारोहित होंगे, और शेष रह गए सभी विश्वासियों को क्लेशकाल की पीड़ा में से होकर निकलना पड़ेगा। ऐसा सत्य नहीं है, और हम आपको दिखाएँगे कि क्यों यह पवित्र शास्त्र से सत्य प्रमाणित नहीं होता है।
पहली बात क्लेशकाल के उद्देश्य को समझना आपके लिए अति आवश्यक है। क्लेशकाल इस पृथ्वी पर न्याय और इस्राएल के लिए दण्ड का समय होगा। कृपया ध्यान दें कि इस्राएल और कलीसिया एक ही समूह के लोग नहीं हैं। कलीसिया एक आत्मिक प्राणी है। कलीसिया में रहने वाले लोग एक दूसरे से उनके आत्मिक जन्म (नए जन्म को पाने के द्वारा — यूहन्ना 3:3) के कारण सम्बन्धित हैं। इस्राएल के लोग (यूहदी) एक दूसरे के साथ लहू के कारण सम्बन्धित हैं। यह ऐसी जाति के लोग हैं, जिनके साथ पुराने नियम में परमेश्वर ने विशेष प्रतिज्ञाएँ की हैं। परमेश्वर ने इस्राएल के ऊपर उनकी अविश्वासयोग्यता के कारण न्याय के समय को घोषित किया हुआ है। न्याय का यह समय स्पष्ट रूप से केवल इस्राएल के लिए ही घोषित किया गया है (दानिय्येल 9:24-27)।
जिब्राएल दानिय्येल के पास परमेश्वर के सन्देश को लेकर आया था (दानिय्येल 9:20-21)। दानिय्येल 9:24 कहता है, "तेरे लोगों और तेरे पवित्र नगर के लिये सत्तर सप्ताह ठहराए गए हैं कि उनके अन्त तक अपराध का होना बन्द हो, और पापों का अन्त और अधर्म का प्रायश्चित किया जाए, और युगयुग की धार्मिकता प्रगट हो; और दर्शन की बात पर और भविष्यद्वाणी पर छाप दी जाए, और परमपवित्र का अभिषेक किया जाए।" इस सन्देश में जिब्राएल विशेष रूप से दानिय्येल से कहता है कि समय "तेरे लोगों के लिए" है। दानिय्येल के लोग यहूदी थे और जाति इस्राएल थी। परमेश्वर ने इस्राएल की जाति के विरूद्ध 70 सप्ताहों के समय को घोषित किया है। इब्रानी भाषा में "सात का 70 बार गुणा" शाब्दिक रूप से "सत्तर सप्ताह" हैं। दूसरे शब्दो में, 7 वर्षों के सात गुणा, या 490 वर्ष। इन वर्षों में 483 (7 का 69 बार गुणा) बेबीलोन में इस्राएल की बन्धुवाई से लेकर मसीह के काट डाले जाने (मसीह का क्रूसीकरण) तक पूरी हो चुकी हैं। यह न्याय के 7 वर्षों को अभी पूरा होने के लिए छोड़ देता है। यह 7 वर्ष क्लेशकाल के वर्ष है। अर्थ यह है कि यह भविष्यद्वाणी मूल रूप से इस्राएल के सम्बन्ध में की गई है, और इस न्याय का उद्देश्य "पापों का अन्त और अधर्म का प्रायश्चित किया जाए, और युगयुग की धार्मिकता प्रगट हो; और दर्शन की बात पर और भविष्यद्वाणी पर छाप दी जाए, और परमपवित्र का अभिषेक" करना है।
अब, हम पवित्रशास्त्र में से यह भी प्रदर्शित कर सकते हैं कि मसीही विश्वासियों को क्लेशकाल में से होकर नहीं जाना पड़ेगा। 1 थिस्सलुनीकियों 4:13 से लेकर 5:9 का अध्ययन यही दिखाता है। इस सन्दर्भ में पौलुस मेघारोहण और प्रभु के दिन के बारे में लिखता है। पहला थिस्सलुनीकियों 5:9 मसीही विश्वासियों को यह प्रतिज्ञा देता है : "परमेश्वर ने हमें क्रोध के लिए नहीं, परन्तु इसलिये ठहराया है कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा उद्धार प्राप्त करें।" इस वचन के ऊपर ध्यान से विचार करें। पौलुस कहता है कि हमें प्रकोप के लिए नहीं ठहराया गया है, विशेष रूप से प्रभु के दिन के क्रोध के लिए (5:2)।
अतिरिक्त प्रमाण यह है कि मसीही विश्वासियों को 1 कुरिन्थियों में दिए हुए क्लेशकाल में से होकर नहीं जाना पड़ेगा। इस पत्र में पौलुस विश्वासियों को उनके शारीरिक स्वभाव के लिए ताड़ना देता है। परन्तु अध्याय 15 में, पौलुस मेघारोहण के घटित होने को लिखता है, और वह कभी भी यह इंगित नहीं करता है कि कुरिन्थ का कोई भी विश्वासी, यद्यपि वह शारीरिक थे, पीछे छोड़ दिया जाएगा। यीशु मसीह में सच्चे विश्वासियों को क्लेशकाल की पीड़ा में से होकर नहीं जाना पड़ेगा।
यदि आपने यीशु मसीह को अपने उद्धारकर्ता के रूप में ग्रहण नहीं किया है तो आपको पीछे छोड़ दिए जाने का केवल यही एक कारण यह है।
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मेघारोहण के लिए हवा में ऊपर उठाए जाने के लिए मैं कैसे तैयार हो सकता हूँ?