प्रश्न
नया नियम धर्मविज्ञान क्या है?
उत्तर
नया नियम धर्मविज्ञान इस विषय का अध्ययन है कि परमेश्वर ने नए नियम में स्वयं के बारे में क्या बताया है। नए नियम के धर्मविज्ञान की पद्धति विभिन्न सत्यों को बताती है, जिनके बारे में नए नियम की पुस्तकें हमें परमेश्वर के बारे में शिक्षा देती हैं और उन्हें एक संगठित आकार में प्रस्तुत करती हैं। नया नियम पुराने नियम (यशायाह 9) में भविष्यद्वाणी किए गए प्रतिज्ञा किए हुए मसीह के आने, इस्राएल के द्वारा मसीह को अस्वीकार किए जाने, व्यवस्था की पूर्ति, नए नियम की कलीसिया (मसीह की देह) का जन्म, कलीसियाई युग, यीशु मसीह का सुसमाचार, और यीशु मसीह में विश्वासियों के लिए निर्देश का प्रकाशन करता है।
वाक्यांश नई वाचा (या नया नियम) मसीह के द्वारा अन्तिम रात्रिभोज के समय बोला जाता है (लूका 22:20)। पौलुस ने नई वाचा को उस सेवकाई के सार के रूप में उद्धृत किया, जिस के लिए उसे बुलाया गया था (2 कुरिन्थियों 3:6)। पुराना नियम यहूदी जाति के बुलाए जाने और इतिहास को लिपिबद्ध करता है, और इसमें मूसा की व्यवस्था, पुरानी वाचा पाई जाती है, जिसमें इस्राएली कई वर्षों तक बंधे रहे थे। नया नियम व्यवस्था के ऊपर आधारित हो मसीह के उद्धार के इतिहास और इसके निहितार्थ से सम्बन्धित है (गलतियों 4:4-5), जिसने उद्धार को क्रूस पर अपनी मृत्यु के माध्यम से प्रदान किया था (इफिसियों 1:7)। नई वाचा होने के नाते, यह पुराने को पीछे छोड़ देती है (इब्रानियों 8:6, 13)।
धर्मविज्ञान प्रगतिशील प्रकाशन के पश्चात् बाइबल के धर्मसिद्धान्तों का यह अध्ययन करना है कि परमेश्वर ने समय के आरम्भ से मनुष्य को प्रकाशितवाक्य की पुस्तक के अन्त तक कैसे सृजा था। नए नियम का धर्मविज्ञान मुख्य रूप से ख्रिस्तीय धर्मविज्ञान, कलीसियाई धर्मविज्ञान और उद्धार सम्बन्धी धर्मविज्ञान के अध्ययन से सम्बन्धित है। इसके अतिरिक्त, यह युगान्तविज्ञान, पवित्रआत्मा सम्बन्धी धर्मविज्ञान, स्वर्गदूतों सम्बन्धी धर्मविज्ञान, पाप सम्बन्धी धर्मविज्ञान, और धर्मसिद्धान्त के अन्य क्षेत्रों के प्रति हमारी समझ को आगे बढ़ाता है।
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नया नियम धर्मविज्ञान क्या है?